समकालीन भारतीय समाज में शिक्षा के उद्देश्य
शिक्षा के उद्देश्य- समकालीन शब्द का अर्थ होता है वर्तमान समय या आधुनिक समय। वर्तमान समय या आधुनिक समय में हमारा समाज […]
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शिक्षा के उद्देश्य- समकालीन शब्द का अर्थ होता है वर्तमान समय या आधुनिक समय। वर्तमान समय या आधुनिक समय में हमारा समाज […]
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कोठारी आयोग – स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए शिक्षा व्यवस्था का
सर्वप्रथम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की नींव सन 1946 में सार्जेंट रिपोर्ट (1944) की सिफारिश में रखी गई। सार्जेंट रिपोर्ट ने 1944 में अपनी
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) Read More »
प्रकरण उपागम अध्ययन की एक ऐसी विधि है जिसमें शिक्षक एक ऐसे प्रकरण का निर्माण करता है जिसे केंद्रीय प्रकरण
सामयिक या प्रकरण उपागम (Topical Approach) Read More »
इकाई उपागम का प्रतिपादन सर्वप्रथम एच. सी. मॉरिसन द्वारा 1956 में किया गया। हेनरी सी. मॉरिसन ने सर्वप्रथम पाठ-योजना तैयार
इकाई उपागम (Unit Approach) Read More »
वेदांता दर्शन हिंदू दर्शन के 6 महान विद्यालयों में से एक है। हिंदू दर्शन के विद्यालय हिंदुत्व को प्रोत्साहित करते
सामान्यतः देखा जाए तो व्यक्तित्व का अर्थ मनुष्य के बाहरी रूप या शारीरिक बनावट व उसके रंग-रूप, मोटाई, लंबाई आदि
व्यक्तित्व का अर्थ एवं परिभाषाएं Read More »
ब्लूम का वर्गीकरण (Bloom’s Taxonomy) तीन स्तरों का एक समूह है जो कि श्रेणीबद्ध है तथा इसका उपयोग शैक्षिक शिक्षण
ब्लूम का वर्गीकरण (Bloom’s Taxonomy) Read More »
सीखने के सूझ के सिद्धांत (Insight Theory) का प्रतिपादन गेस्टाल्ट मनोवैज्ञानिक वर्दीमर, कोहलर और कोफ्का ने किया। सूझ के सिद्धांत (Insight Theory) को अवयवि सिद्धांत के नाम से भी
कोहलर का सूझ का सिद्धांत (Insight Theory) Read More »